kairi khane ke fayde

kalunji khane ke fayde Mot Ke Siwa Har Bimari Ka Ilaj. Antibacterial activity in Actinidia chinensis, Feijoa sellowiana and Aberia caffra. Dosto Kaddu ke bare me hum sabhi jante hai ki ye ek sabji ke rup me istemal kiya jata hai. Black Pepper Benefits. Effect of kiwifruit consumption on sleep quality in adults with sleep problems. अलसी के बीज खाने के 10 चोंका देने वाले फायदे । Alsi khane ke fayde फ्लैक्सीड के दूध के फायदे सबसे पहला फायदा यह … Kiwifruit improves bowel function in patients with irritable bowel syndrome with constipation. केसर खाने के फायदे और लाभ Kesar Khane Ke Fayde Hindi Me दूध में केसर मिलाकर पीने के फायदे Saffron Benefits pregnancy me kesar ke fayde, kesar ko kaise use kare, kesar wala dudh, kesar wala doodh ke fayde Actinchinin, a novel antifungal protein from the gold kiwi fruit. Kyuki wo jante nahi hai ki isko khane se kya kya fayde ho sakte hai. 1.0.1 शाम और रात में दही नहीं खाना चाहिए. Kaleji Khane Ke Fayde Kaleji Khane Ke Fayde. विभिन्न रोगों में इलाइची फायदे Elaichi Khane Ke Fayde Rogo Ke ilaj Me. काली मिर्च खाने के फायदे Kali Mirch Khane Ke Fayde In Hindi. Gold kiwifruit ( Actinidia chinensis 'Hort16A') for immune support. kaleji khane ke fayde. Health Benefits Of Kamal Kakdi. आइये जाने दही के प्रकार व खाने से होने वाले जबरदस्त फायदों के बारे में |Dahi Khane ke fayde aur Nuksan ,Health Benefits of Curd in Hindi Role of oxidative stress in cardiovascular diseases. Know Health Benefits of Black Sesame Seeds, Jane Kale Til Khane Ke Fayde in Hindi, Hair, Teeth, Bawaseer, Ghutne Ka Dard, Immunity Power Booster, Gives strength Health Care Tips, Gharelu Nuskhe in … Khajur se triglyceride level bhi kam ho jaata hai. Gosht ke shoqen afrad Kaleji ke az had shoqeen hote hein, aaye aap ko kaleji ka aesa faida batate hein jise jaan kar aap har qurbani par use sari khane ki koshish kareingay. हेल्दी नाश्ता ही नहीं, शारीरिक फायदे भी पहुंचाता है पोहा किवी का फल स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत लाभकारी माना जाता है। इसका स्‍वाद तीखा एवं मीठा होता है और इसी वजह से मीठे और तीखे दोनों तरह के व्‍यंजनों में किवी का इस्‍तेमाल किया जाता है। फ्रूट सलाद में भी किवी का प्रयोग कर सकते हैं।, किवी का पूरा फल यानि छिलका, गूदा और बीज खाया जाता है। कुछ लोगों को इसका छिलका पसंद नहीं होता है लेकिन आपको बता दें कि पूरा किवी खाना सबसे ज्‍यादा पौष्‍टिक होता है। किवी का मूल स्‍थान चीन है और विश्‍व में चीन ही किवी का सबसे बड़ा उत्‍पादक भी है। भारत के हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्‍मू–कश्‍मीर, सिक्किम, कर्नाटक और केरल में किवी की खेती की जाती है।, किवी में कई तरह के पोषक तत्‍व मौजूद हैं। चीन में बच्‍चों और प्रसव के बाद महिलाओं को शक्‍ति प्रदान करने के लिए किवी का इस्‍तेमाल किया जाता है। किवी का इस्‍तेमाल कार्डियोवस्‍कुलर रोगों के इलाज, ब्‍लड प्रेशर को नियंत्रित करने और आंखों में धुंधलेपन की समस्‍या से बचने के लिए किया जा सकता है। किवी में बैक्‍टीरियल-रोधी और एंटीऑक्‍सीडेंट गुण होते हैं जो इसे सेहत के लिए फायदेमंद बनाते हैं।, अपने आहार में अधिक कीवीफ्रूट को शामिल करने के कुछ आसान से तरीके है जिन से आप इस फल के गुणों का लाभ आसानी से उठा सकते हैं।, इसके अलावा और भी अनेको तरीके है जिन से आप किवी के स्वाद और गुणों का भरपूर लाभ उठा सकते हैं।, किवी का फल डेंगू के इलाज में प्लेटलेट काउंट को बढ़ाने में लाभदायक है और पपीते के पत्तो के कड़वे रस के मुकाबले यह एक स्वादिष्ट विकल्प भी है। लेकिन यह अभी तक पूरी तरह से चिकित्सकीय तौर पर साबित नहीं हुआ है की किवी का फल पूर्ण रूप से डेंगू को ठीक कर सकता है इसलिए पपीते के पत्ते का रस ही डेंगू में एक बेहतर विकल्प है।, पिछले 10-15 वर्षों में टाइप 2 डायबिटीज मेलेटस की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं। मधुमेह की समस्या न हो, इसके लिए प्लाज्मा ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रण में रखना बहुत महत्वपूर्ण है। मधुमेह के कारण मधुमेह मेलेटस वाले व्यक्तियों के घाव को भरने में देरी होती है। मधुमेह के कारण पैर में अल्सर और संक्रमण एक आम समस्या है।, अनुसंधान में पाया गया है कि मधुमेह के कारण पैर अल्सर के उपचार में कीवी बहुत लाभदायक है। अनुसंधान में यह देखा गया कि कीवी में मौजूद प्राकृतिक यौगिकों ने घाव भरने की प्रक्रिया में सुधार किया और घाव संक्रमण की शुरुआत में देरी हुई। इसके अलावा किवी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है जो मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायक होता है। कीवी डायबिटीज मैलिटस वाले व्यक्तियों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है और आसानी से उपलब्ध भी है।, (और पढ़ें – मधुमेह रोगियों के लिए एक स्वादिष्ट और सेहतमंद व्यंजन), हाइपरलिपीडेमिया (उच्च कोलेस्ट्रॉल) आज के समय में एक आम समस्या हो गई है और यह दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही है। बदला हुआ लिपिड प्रोफाइल हृदय रोगों के खतरे को बढ़ाता है। इसलिए एलडीएल और कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रण में अच्छी तरह से रखना जरूरी है।, 2009 में प्रकाशित एक अध्ययन में कीवी फल के लिपिड प्रोफाइल और लिपिड पेरोक्सीडेशन के अंकों पर प्रभावों की जांच की गयी थी। अध्ययन में पाया गया कि बदलते लिपिड प्रोफाइल वाले लोगों ने हर सप्ताह दो किवी फलों का सेवन 8 सप्ताह तक किया। इसमें पाया गया कि उनके एलडीएल (ख़राब) कोलेस्ट्रॉल के साथ कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो गया और एचडीएल (अच्छा) कोलेस्ट्रॉल का स्तर काफी बढ़ गया। इस प्रकार लिपिड प्रोफ़ाइल वाले लोग निश्चित रूप से कीवी का अपने दैनिक आहार में सेवन कर सकते हैं।, (और पढ़ें – कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए क्या खाएं), हम सभी जानते हैं कि हमारी त्वचा के लिए विटामिन सी कितना फायदेमंद है और यही एकमात्र कारण है कि हम महंगी क्रीम और सीरम खरीदते हैं जो इस आवश्यक विटामिन से समृद्ध होने का दावा करते हैं। लेकिन ये उत्पाद रासायनिक आधार पर होते हैं और अक्सर इनसे फायदा होने के बजाय हमारी त्वचा को अधिक नुकसान होता है।, इसलिए प्राकृतिक रूप से अपनी त्वचा को सुन्दर बनाने के लिए कीवी का उपयोग करें। 100 ग्राम कीवी में 92.7 मिलीग्राम विटामिन सी पाया जाता है जो आपकी त्वचा को खूबसूरत बनाता है। कीवी न केवल एक स्वादिष्ट और पोषक तत्व युक्त फल है बल्कि आपकी त्वचा की देखभाल के लिए एक महान प्राकृतिक संघटक भी है। इसमें विटामिन सी, ई और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई त्वचा-अनुकूल पोषक तत्व शामिल हैं जो आपकी त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाने और उनका पुनरुत्थान (rejuvenate) करने के लिए आवश्यक हैं। इसके साथ ही यह त्वचा को हानिकारक पराबैंगनी किरणों के प्रभाव से भी बचाते हैं।, इसके अतिरिक्त कीवी में फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जिससे यह एक उत्कृष्ट रेचक साबित होता है। एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण कीवी में एंटी-एजिंग गन भी होते हैं। कीवी के रस के नियमित सेवन से शरीर के विषाक्त पदार्थ नष्ट हो जाते है। इस प्रकार यह स्वस्थ और चमकदार त्वचा प्रदान करता है।, (और पढ़ें – स्वस्थ, उज्ज्वल और चमकदार त्वचा के लिए इस्तेमाल करके देखें ये कीवी फेस पैक्स), कहा गया है कि पेट की समस्या के कारण ही सभी रोगों की शुरूआत होती है इसलिए पेट को स्वच्छ और स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है।, आज के समय में कब्ज एक आम समस्या हो गई है जिसके कारण मल त्यागने में कठिनाई होती है। किवी फल में फाइबर के साथ-साथ पेट साफ करने का गुण भी होता है। अनुसंधान ने पाया गया है कि कीवी फल के रोजाना सेवन से पुरानी कब्ज से पीड़ित व्यक्तियों में बिना किसी नुकसान के मल त्यागने की प्रक्रिया बढ़ जाती है। किवी में मौजूद आहार फाइबर में पानी की उच्च मात्रा होती है जो पेट में मल ढीला करती है। इस प्रकार पेट पर बिना किसी दबाव के मल मल त्यागने की प्रक्रिया आसान हो जाती है।, (और पढ़ें – पेट की गैस दूर करने के घरेलू उपाय), अनुसंधान ने दिखाया है कि कीवी फल के रोजाना सेवन से पुरानी कब्ज से पीड़ित व्यक्तियों में बिना किसी नुकसान के मल त्यागने की प्रक्रिया बढ़ जाती है। किवी में मौजूद आहार फाइबर में पानी की उच्च मात्रा होती है जो पेट में मल ढीला करती है। इस प्रकार पेट पर बिना किसी दबाव के मल त्यागने की प्रक्रिया आसान हो जाती है। (और पढ़ें - कब्ज का कारण), अनिद्रा एक समस्या है जिसमें लोग सोने में असमर्थ हो जाते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि नींद विकार और तंत्रिका-मनोविकार की समस्या ऑक्सीडेटिव तनाव के स्तर में वृद्धि के कारण होती है। (और पढ़ें – योग निद्रा के माध्यम से पायें सुखद गहरी नींद), किवी फल में विटामिन सी, विटामिन ई और सेरोटोनिन पाए जाते हैं। शरीर में सेरोटोनिन के निम्न स्तर के कारण अनिद्रा की समस्या होती है। इसके अलावा किवी फोलेट में समृद्ध होता है। फोलेट की कमी के कारण तंत्रिका-मनोविकार की समस्या होती है। अनुसंधान में पाया गया है कि सोने से एक घंटे पहले दो किवी फल का सेवन करना नींद की गुणवत्ता को सुधारता है और नींद की अवधि और नींद से सम्बंधित परेशानी को कम करता है।, एशिया प्रशांत जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन ने नींद की समस्याओं वाले वयस्कों में नींद की गुणवत्ता पर कीवी फल के प्रभावों को देखा। उन्होंने पाया की कीवी फल खाने से उन लोगो की नींद में सुधार हुआ।, किवी फल विटामिन सी और विभिन्न पॉलीफेनोल की उपस्थिति के कारण प्रतिरक्षा को बढ़ाने में भी मदद करता है। अनुसंधान में पाया गया है कि जिन व्यक्तियों ने प्रतिदिन तीन बार कीवी फल का सेवन किया और इस बीच किसी भी अन्य फल, रस या पूरक का सेवन नहीं किया, उन लोगों में ऑक्सीडेटिव तनाव बहुत कम था। किवी फल में विटामिन सी के अलावा विटामिन ई और पॉलीफेनोल जैसे कैफीइक एसिड, क्वेरसेटिन, एपिकैटचिन और नारिनजेनिन पाए जाते हैं। इन एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनॉल के कारण हृदय रोगों से सुरक्षा होती है और लिपिड प्रोफ़ाइल भी कम होता है, (और पढ़ें – हृदय को स्वस्थ रखने के लिए ज़रूर करें ये 5 कार्डियो एक्सरसाइज), हम सभी जानते हैं कि कीवी फल में विटामिन सी पाया जाता है जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। विटामिन सी के अतिरिक्त किवी में कई अन्य शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं। किवी का रोज़ सेवन शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से प्रभावी रूप से लड़ने में मदद करता है।, फ्री रेडिकल्स और प्रतिक्रियाशील ऑक्सीजन के बढ़ने के कारण हृदय रोग, कैंसर, हाईपरग्लाईसेमिया, मोतियाबिंद, गठिया, जल्दी उम्र बढ़ने आदि का खतरा बढ़ जाता है। कीवी एंटीऑक्सीडेंट का प्राकृतिक स्रोत है जो फ्री रेडिकल्स, ऑक्सीडेटिव तनाव और रोगों से लड़ने में मदद करता है।, 2011 में प्रकाशित एक अध्ययन में कीवी और अन्य फलों के एंटीऑक्सीडेंट प्रभावों की तुलना की गई। इस अध्ययन में पाया गया कि गोल्ड कीवी में अन्य फलों जैसे ग्रीन कीवी, अंगूर और नारंगी की तुलना में सबसे अधिक एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव थे।, मानव लिम्फ कोशिकाओं पर एक अध्ययन में पाया गया कि किवी फल के रस ने डीएनए को ऑक्सीडेटिव क्षति के लिए अधिक प्रतिरोधी बना दिया।, (और पढ़ें – गठिया रोग का इलाज हैं यह 10 जड़ीबूटियां), अनियंत्रित प्लाज्मा ग्लूकोज का स्तर, कुल कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर, ट्रायग्लिसराइड्स का उच्च स्तर, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और प्लेटलेट एकत्रीकरण आम तौर से हृदय रोग की समस्या का कारण होते हैं। अनुसंधान में देखा गया है कि कीवी में मौजूद विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनॉल हृदय रोगों के खतरे को कम करते हैं। हालांकि विभिन्न फलों में एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफेनॉल का अलग-अलग अनुपात होता है।, 2004 में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि कीवी में अधिक मात्रा में पॉलीफेनोल और एंटीऑक्सीडेंट (विटामिन सी और विटामिन ई) होते हैं। इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि प्रतिदिन 2 से 3 किवी का सेवन करने से प्लेटलेट एकत्रीकरण और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम हो गया। इस प्रकार रोजाना कीवी का उपयोग हृदय को सुरक्षित रखता है और हृदय रोग की समस्या से छुटकारा दिला सकता है।, (और पढ़ें – हृदय को स्वस्थ रखने के लिए खाएं ये आहार), यह यदुभुत फल विशेष रूप से माताओं के लिए अच्छा होता है। यह उन्हें आवश्यक पोषण देकर गर्भपात की संभावना को कम करता है। कीवी गर्भवती महिला से महत्वपूर्ण विटामिन उसके बच्चे तक स्थानांतरित करने में मदद करता है। यह स्पाइना बिफिडा (ऐसी स्थिति जहां रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से विकसित नहीं होती है) जैसे जन्म दोषों को रोकता है। इसके अतिरिक्त कीवी में फोलेट पाया जाता है। ये पोषक तत्व गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य और विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं।, (और पढ़ें - प्रेगनेंसी में होने वाली प्रॉब्लम और टेस्ट ट्यूब बेबी का खर्च), 100 ग्राम किवी में केवल 55 कैलोरी होती है। किवी आपके शरीर में से विषाक्त पदार्थो को बहार निकलने में मदद करता है। कीवी में वसा की मात्रा नहीं होती साथ ही इसके कार्बोहाइड्रेट ज्यादातर फाइबर के रूप में होते हैं। इसके साथ-साथ इसमें घुलनशील फाइबर भी है जो आपको पूर्ण महूसस कराता है और आपकी भूख लगने की प्रक्रिया को धीमा करता है। इस कारण आप कम खाते हैं और यह आपका वजन कम करने में मदद करता है।, विटामिन सी और ई से समृद्ध फल बालों के झड़ने को रोकने और बालों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। कीवी में ये दोनों आवश्यक विटामिन होते है। साथ ही इसमें मैग्नीशियम, जस्ता और फास्फोरस जैसे खनिज भी होते हैं जो बालों को बढ़ाने और उनके सम्पूर्ण स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त कीवी में आयरन भी होता है जो बालों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए आवश्यक पोषक तत्व है।, (और पढ़ें – ये आम गलतियाँ जो आपके बालों को करती हैं खराब), किवी में पोटैशियम की अधिक मात्रा होती है जिस कारण यह उच्च रक्तचाप को कम करने में लाभकारी हो सकता है। उच्च रक्तचाप वाले लोगों में हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा रहता है। इसलिए इन रोगों के खतरे को कम करने के लिए रक्तचाप का स्तर सामान्य रखना बहुत जरूरी है। किन्तु जिन लोगो को निम्न रक्तचाप की समस्या है उन्हें किवी का  सावधानी से करना चाहिए क्योंकि यह रक्तचाप को और कम कर सकता है।, 2015 में प्रकाशित एक अध्ययन में किवी और सेब के ब्लड प्रेशर पर प्रभाव की तुलना की गई थी। अध्ययन में देखा गया कि जिन लोगों ने प्रतिदिन किवी का सेवन किया उनके रक्तचाप में कमी आई थी। किवी एंटीऑक्सीडेंट और पोटेशियम में समृद्ध है जो रक्तचाप से पीड़ित लोगों में वाहिकाप्रसरण (रक्त वाहिनियों में कोशिकाओं को शिथिल करता है जिससे रक्त का प्रवाह बढ़ता है) की तरह काम करते हैं और इस कारण रक्तचाप में कमी आती है।, सर्दी और श्‍लैष्मिक ज्‍वर एक आम संक्रमण हैं जो कुपोषण और कम प्रतिरक्षा के कारण होते हैं। इसके अलावा खराब पोषक तत्वों की कमी के साथ साथ बढ़े हुए ऑक्सीडेटिव तनाव से संक्रमण का खतरा और बढ़ जाता है। किवी फल में विटामिन सी की मात्रा होने के कारण यह श्वसन प्रणाली से जुडी कई समस्याओं को कम करता है। कई वैज्ञानिक के अनुसार सर्दियों के दौरान ब्रोंकाइटिस के लक्षणों विटामिन सी के कम सेवन से संबंधित हैं। खासकर उन बच्चों में जिनको पहले से ही अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या सांस लेने की समस्या है।, 2012 में प्रकाशित एक अध्ययन में यह पता चला है कि रोज़ाना गोल्ड कीवी फल का सेवन करने वाले लोगों में ऊपरी श्वसन पथ के संक्रमण जैसे कफ का जमना और गले में खराश की समस्या रोज़ाना केले का सेवन करने वाले लोगों की तुलना में कम थी। किवी की फसल स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और संक्रमण की रोकथाम करने में मदद करती है, जैसे किवी के स्वास्थ्य लाभ हैं, वैसे कि इसके कुछ हानिकारक प्रभाव भी हैं, एक स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन कम से कम दो किवी फल का सुरक्षित रूप से सेवन कर सकता है।, अस्वीकरण: इस साइट पर उपलब्ध सभी जानकारी और लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए हैं। यहाँ पर दी गयी जानकारी का उपयोग किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या या बीमारी के निदान या उपचार हेतु बिना विशेषज्ञ की सलाह के नहीं किया जाना चाहिए। चिकित्सा परीक्षण और उपचार के लिए हमेशा एक योग्य चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।.

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